नमस्कार।
अंडमान की यात्रा हमने नवम्बर के अंत में आराम्भ किया था। हमरे लौटने के कुछ दिन बाद ही अंडमान में भरी वर्षा और मौसम ख़राब हो जानेकी खबर आयी।
जब हम गए थे तो पोर्ट ब्लेयर का मौसम हलकी गर्मी से झुलस रहा था। मौसम खिला था और आसमान में बाद सुंदर लग रहे थे। ऐसी खूबसूरती की इंसान को सोच में डालदे।
पोर्ट ब्लेयर एक समुद्री इलाका है जो मुख्य भूमि भारत से मिलों दूर है। यहाँ के बादल बिलकुल स्वेत रंग के दिखाई परते है। रात के वक़्त भी तारे झिलमिलाते हुए आकाश में साफ़ दीखते है। फिल-हाल डेल्ही में मुझे सिर्फ एक तारह अपने छत से दीखता हुआ नज़र आया। वो था हमारा प्रिय शुक्र(Venus ) ग्रह। ये सूर्य मंडल का एक ही गृह है जो घने बदल को चीरता हुआ पृथ्वी वासियो को अपनी रौशनी पोहोचता है। अंडमान की बात ही अलग है। उसका आस्मां शीशे की तरह साफ़ है। समुद्री तट प्रोदुषण से दूर।
नेटवर्क (Network )
अंडमान की बस एक ही कठिनाई है जो नौजवानों के लिए एक भरी समसया है - internet . अंडमान जानेके बाद आप इन्टरनेट की कामना छोड़दे। पोर्ट ब्लेयर में BSNL और AIRTEL की सेवा मिल सकती है। लेकिन Havelock और अन्य दवीप में आप उसका विचार ही छोर दे। एक तरह से अच्छा भी है। आप प्रकृति से सम्बंध विकसित कर सकेंगे और गैजेट के परेह जीवन का अनुभव भी पा सकेंगे।
अंडमान का भूगोल
अंडमान और निकोबार द्वीप 572 डिपो से बनी हुई है।अंडमान और निकोबार दो बरे द्वीप में विभाजन किया हुआ है -अंडमान और निकोबार। अंडमान में सबसे ज्यादा द्वीप है। अंडमान के 325 द्वीप है और निकोबार के सिर्फ 24 द्वीप है। अंडमान की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है और निकोबार की कार निकोबार है। किन्तु निकोबार में टूरिस्ट का जाना वर्जित है क्योंकि वह वहा के आदिवासी समूह के लिए सुरक्षित की गयी है।
अंडमान में जाने के बाद आपको लगेगा की सचमे आप अलग प्रदेश में आ गए है। कुछ ही दुरी पे आपको जल समूह दिखाई देगा और ऐसा लगेगा की ये द्वीप कितना सुन्दर पर चोट है। अंडमान की एक और दिलचस्प बात ये है की वह indonesia ,thailand और myanmar जैसे देशो के बिलकुल समीप है। आपको लगेगा की एक बोट पकड़ा और thailand पोहोच गए। लेकिन ऐसा करना अवेध है। बिना passport के आप इन देशो की सैर नहीं कर सकते।
ट्रांसपोर्ट
वीर सावरकर हवाई अड्डा अंडमान का एक मात्र हवाई अड्डा है ब्लेयर में स्तित हसि । kolkata chennai और vishakapatnam से यहाँ के लिए डायरेक्ट flight मिलती है। हमने delhi से लिया था। उसमे ही काफी समय लगा। समुद्री यात्रा का सोचिएगा भी नहीं। पोर्ट ब्लेयर से हेवलॉक जाने में 3 घंटे लगे। ज़रा सोचिये kolkata,chennai और vishalapatnam से कितना समय लग सकता है।
अंडमान के लोग
पोर्ट ब्लेयर एक सामान्य दवीप है यहाँ आपको अपने पसंद की वस्तुए आराम से मिल जाएगी। यहाँ के लोग mil,bengali hindi एवं इंग्लिश समझते है और अनुकूल है।
अंडमान की यात्रा हमने नवम्बर के अंत में आराम्भ किया था। हमरे लौटने के कुछ दिन बाद ही अंडमान में भरी वर्षा और मौसम ख़राब हो जानेकी खबर आयी।
जब हम गए थे तो पोर्ट ब्लेयर का मौसम हलकी गर्मी से झुलस रहा था। मौसम खिला था और आसमान में बाद सुंदर लग रहे थे। ऐसी खूबसूरती की इंसान को सोच में डालदे।
पोर्ट ब्लेयर एक समुद्री इलाका है जो मुख्य भूमि भारत से मिलों दूर है। यहाँ के बादल बिलकुल स्वेत रंग के दिखाई परते है। रात के वक़्त भी तारे झिलमिलाते हुए आकाश में साफ़ दीखते है। फिल-हाल डेल्ही में मुझे सिर्फ एक तारह अपने छत से दीखता हुआ नज़र आया। वो था हमारा प्रिय शुक्र(Venus ) ग्रह। ये सूर्य मंडल का एक ही गृह है जो घने बदल को चीरता हुआ पृथ्वी वासियो को अपनी रौशनी पोहोचता है। अंडमान की बात ही अलग है। उसका आस्मां शीशे की तरह साफ़ है। समुद्री तट प्रोदुषण से दूर।
नेटवर्क (Network )
अंडमान की बस एक ही कठिनाई है जो नौजवानों के लिए एक भरी समसया है - internet . अंडमान जानेके बाद आप इन्टरनेट की कामना छोड़दे। पोर्ट ब्लेयर में BSNL और AIRTEL की सेवा मिल सकती है। लेकिन Havelock और अन्य दवीप में आप उसका विचार ही छोर दे। एक तरह से अच्छा भी है। आप प्रकृति से सम्बंध विकसित कर सकेंगे और गैजेट के परेह जीवन का अनुभव भी पा सकेंगे।
अंडमान का भूगोल
अंडमान और निकोबार द्वीप 572 डिपो से बनी हुई है।अंडमान और निकोबार दो बरे द्वीप में विभाजन किया हुआ है -अंडमान और निकोबार। अंडमान में सबसे ज्यादा द्वीप है। अंडमान के 325 द्वीप है और निकोबार के सिर्फ 24 द्वीप है। अंडमान की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है और निकोबार की कार निकोबार है। किन्तु निकोबार में टूरिस्ट का जाना वर्जित है क्योंकि वह वहा के आदिवासी समूह के लिए सुरक्षित की गयी है।
अंडमान में जाने के बाद आपको लगेगा की सचमे आप अलग प्रदेश में आ गए है। कुछ ही दुरी पे आपको जल समूह दिखाई देगा और ऐसा लगेगा की ये द्वीप कितना सुन्दर पर चोट है। अंडमान की एक और दिलचस्प बात ये है की वह indonesia ,thailand और myanmar जैसे देशो के बिलकुल समीप है। आपको लगेगा की एक बोट पकड़ा और thailand पोहोच गए। लेकिन ऐसा करना अवेध है। बिना passport के आप इन देशो की सैर नहीं कर सकते।
ट्रांसपोर्ट
वीर सावरकर हवाई अड्डा अंडमान का एक मात्र हवाई अड्डा है ब्लेयर में स्तित हसि । kolkata chennai और vishakapatnam से यहाँ के लिए डायरेक्ट flight मिलती है। हमने delhi से लिया था। उसमे ही काफी समय लगा। समुद्री यात्रा का सोचिएगा भी नहीं। पोर्ट ब्लेयर से हेवलॉक जाने में 3 घंटे लगे। ज़रा सोचिये kolkata,chennai और vishalapatnam से कितना समय लग सकता है।
अंडमान के लोग
पोर्ट ब्लेयर एक सामान्य दवीप है यहाँ आपको अपने पसंद की वस्तुए आराम से मिल जाएगी। यहाँ के लोग mil,bengali hindi एवं इंग्लिश समझते है और अनुकूल है।
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